मछलियों का खून ठंडा क्यों होता है ?
मछलियों के खून के बारे में तो हालांकि सबको पता होगा कि जल में जल में रहने वाले जितने भी जीव होते है उनका खून हमेशा ठंडा होता है। खून ठंडा होने की वजह से ही जलीय जीव तलाबों की गहराईयों में जीवित रह पाते है। यदि उनका खून ठंडा न हो तो ज्यादा समय तक पानी मे जीवित नही रह सकते है। लेकिन सवाल तो हमारा ये है कि ठंड के मौसम में जो तापमान होता है वो सामान्य से कम होता है कभी कभी तो नीचे भी चला जाता है तो इससे मछलियों के जीवन मे क्या प्रभाव पड़ता है आज इसके बारे में बात करेंगे। अब यदि मछलियों को ठंड के मौसम में ठंड लगती है तो मछली करती क्या है।
■ क्या ठंड के मौसम में मछलियां बीमार हो जाती है ?
एनिमल साइंस यूनिवर्सिटी के फिशरीज कॉलेज के प्रोफेसर डॉ रमेश जैन ने बताया कि जो मछलियां होती है उनको ठंड भी लगती है। ये ज्यादा ठंड के मौसम में होता है। कई बार सर्दियों के मौसम में मछलियां EUS सिंड्रोम नामक बीमारी से पीड़ित हो जाती है जिससे इनको बहुत कठिनाई का सामना करना पड़ता है। अब इस बीमारी में मछलियों में क्या बदलाव आते है वो देखते है अब देखो जब ठंड के मौसम में मछलियों में जब ये बीमारी होती है तो मछलियों में लाल रंग के जो चकते होते है वो बाहर यानी उभर आते है। कभी कभी ये मनुष्य के शरीर पर भी हो जाते है। सर्दियों के मौसम में कोहरे एवं सूर्य की सम्पूर्ण रोशनी न मिलने के कारण हो जाते है। अब जब सर्दियों के मौसम में पूर्ण रोशनी नही मिलेगी साथ मे पानी के अंदर जब ऑक्सीजन की कमी होगी तो मछलियों में रोग होने लग जाएंगे एवं वो बीमार पड़ जाएगी। इसलिए डॉक्टर सलाह भी देते होंगे ये सलाह उनको दी जाती है जो जानवरो को मारकर खुद की भूख मिटाते है , डॉक्टर कहते है कि सर्दियों के अंदर मछलियों का मांस नही खाना चाहिए।
■ मछलियां ठंड से बचने के लिए क्या करती है ?
हमने इनके रोग एवं उनके भविष्य की बात तो कर ली लेकिन हमने उनके बचाव की बात तो की नही तो अब हम मछलियों के सर्दियों के बचाव की बात करेंगे कि मछली सर्दियों में अपना बचाव कैसे करती है। अब देखिए जो मछली सागर एवं नदियों में रहती है वो अच्छे से सर्दी का सामना कर लेती है। लेकिन तालाबो एवं जोहड़ों में रहने वाली मछलियां ऐसा बहुत कम कर पाती है। सर्दियों के समय मे जो तालाब होते है उनमें जो पानी होता है उसमें पानी की जो ऊपरी सतह होती है वो बहुत ठंडी हो जाती है। अब मछलिया करती क्या है सर्दियों के समय मे मछलियां तालाब के पानी की नीचे वाली सतह में चली जाती है। आपने सुना भी होगा तालाब की गहराई हम 6 फुट ही लेते है वो इसी लिए लेते है।
■ मछलियों का बचाव कैसे करें
आपने देखा होगा जो लोग मछली पालन करते है उन्हें ज्यादा ज्ञान होता है कि हम मछली को कैसे सुरक्षित रखे। इसके लिए काफी मात्रा में दवाई उपयोग में लाते है। आप जब बाजार जायेंगे तो आपको सिफेक्स नाम की एक दवाई मिलेगी जिसका उपयोग सबसे ज्यादा किया जाता है। कुछ लोग तो घरेलू सामान से भी इनका बचाव कर लेते है। जहाँ मछली पालन होता है वहा के व्यकित पेड़ो को काटकर या फिर उनकी छटाई करके सूर्य की रोशनी उन तक पहुचाते है। कई लोग तो चुने एवं हल्दी के घोल का भी उपयोग करते है।
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