हरियाणा नहरों से सम्बंधित अतिमहत्वपूर्ण प्रश्नोतर
◆ हरियाणा में नहरों का विकास 1355 ई. में हुआ था
◆ हरियाणा में नहरों का जनक फिरोज शाह तुगलक को माना जाता है ।
◆ हरियाणा में 51.12% सिंचाई नलकुपो से की जाती है।
◆ पश्चिमी यमुना नहर हरियाणा की सबसे पुरानी एव सबसे बड़ी नहर है। इस नहर को यमुनानगर के ताजेवाला से यमुना नदी से निकाली गई है।
◆ इस नहर की 446 शाखाएं है जिनकी कुल हरियाणा में लम्बाई 4436 Km है। इस नहर को लगभग 5000 हेक्टेयर भूमि को सिंचित किया जाता हैं।
◆ पश्चिमी यमुना नहर को 1355 में फिरोज शाह तुगलक ने हरियाणा के पश्चिमी क्षेत्र हेतु शिकारगाह के लिए पानी पहुंचाने के लिए करवाया था।
◆ Hssc के अनुसार इस नहर का जो निर्माण है वो 1879 ई में हुआ था।
■ गरुग्राम नहर
> इस नहर को दिल्ली के ओखला बैराज से यमुना नदी से निकाला गया है। इस नहर का पानी गरुग्राम व फरीदाबाद एवं पलवल के कुछ हिस्से तक जाता है। इसकी लम्बाई 58 Km है। साथ ही Up की बात करे तो राज्य की इस नहर को आगरा नहर के नाम से जाना जाता है।
■ जवाहर लाल नेहरू नहर
> इस नहर का निर्माण 1976 ई. में पूरा करने के बाद इसमे पानी छोड़ा गया था।
> हरियाणा में खरीफ की जो फसल है उसके सूखने के कारण इस नहर के अंदर 1987 ई में वापस पानी छोड़ा गया था।
■ इंद्रा गांधी नहर
> ये नहर भिवानी में है। इसकी कुल लंबाई 225 Km है। इसका उपनाम लोहारू उत्थान परियोजना है।
पूर्वी नहर भिवानी की कुल लम्बाई 170 Km है।नदियों का नगर टोहाना को कहा जाता है।